बेन्जमीन की कब्र मे दफनाना जॉन "मुझे मेरे बेटे की कब्र मे दफनाना बेन्जमीन की कब्र मे दफनाना जॉन "मुझे मेरे बेटे की कब्र मे दफनाना
मेरे चेहरे की मुस्कान यूं कम तो नहीं हुई मगर हृदय में कुछ पीड़ा हुई मेरे चेहरे की मुस्कान यूं कम तो नहीं हुई मगर हृदय में कुछ पीड़ा हुई
राजनीति सम्बन्धी सृजन' उसने उस तरह का सृजन भी किया था राजनीति सम्बन्धी सृजन' उसने उस तरह का सृजन भी किया था
"यहाँ औरतें बिकती हैं" कौन बेच सकता है औरत को.... "यहाँ औरतें बिकती हैं" कौन बेच सकता है औरत को....
पिताजी की बात सुनकर समीर की सिट्टी पिट्टी गुम हो गई । पिताजी की बात सुनकर समीर की सिट्टी पिट्टी गुम हो गई ।
आज मैं साहित्य संगम संस्थान असम इकाई का अधीक्षक हूँ। आज मैं साहित्य संगम संस्थान असम इकाई का अधीक्षक हूँ।